Allama Iqbal को भारतीय उपमहाद्वीप का महान शायर माना जाता है, जिन्होंने अपने विचारों से लाखों दिलों को छुआ। उनकी शायरी में जहां एक ओर देशभक्ति, आत्मसम्मान, और मानवता की बातें होती हैं, वहीं दूसरी ओर दोस्ती और प्रेम के सुंदर रिश्तों का भी चित्रण होता है। दुनिया में दोस्ती एक ऐसा अनमोल रिश्ता है, जो बिना किसी शर्त के निभाया जाता है, और इसी रिश्ते को Allama Iqbal ने अपनी शायरी के माध्यम से खूबसूरती से व्यक्त किया है। उनकी dosti shayari ने लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी है और आज भी उनकी शायरियों का महत्व उतना ही है जितना उनके समय में था। इस लेख में हम Allama Iqbal की dosti shayari पर चर्चा करेंगे, जो न केवल दोस्ती को गहराई से समझने में मदद करती है बल्कि हमारे दिलों में इसके लिए सम्मान और बढ़ा देती है।
गुलामों की तरह ज़िन्दगी जीने से क्या फायदा,
न आस्तीन में छिपा है, न सर पर कोई साया।
दोस्ती की रौनक है, इससे बढ़कर नहीं कोई,
जी लेंगे तो जि़ंदगी को, वरना है क्या साया।
किसी के दिल से बुरा करना नहीं चाहिए,
दोस्ती की क़ीमत हर किसी को समझ नहीं आनी चाहिए।
इस बेशकीमती रिश्ते को हर वक्त संभालें,
दोस्ती की मिसाल दी जाती है, बस बनकर रहें।
दोस्ती का दामन थामे रहना,
साथ चलते रहना, यही तो असली है।
इश्क़ से भी प्यारी ये मोहब्बत है,
दोस्ती में सच्चाई, यही तो असली है।
वो दोस्ती की मिठास है,
जो सच्चे दिलों से मिलती है।
खुदा की इनायत समझकर,
ये दोस्ती कभी नहीं मिटती है।
ख़ुदा ने जो दोस्ती दी है,
वो सब जज़्बातों से गहरी है।
जैसे चाँद की रौशनी में नूर है,
दोस्ती की भी ख़ुशबू से भरी है।
दोस्ती की राह में कठिनाई नहीं होनी चाहिए,
पर अगर हो तो ये भी कमज़ोरी नहीं होनी चाहिए।
इस रिश्ते की महक में जो ख़ुशबू है,
उसे तो ज़िंदगी में नज़रअंदाज़ नहीं होनी चाहिए।
दोस्ती का रिश्ता निभाना सीखो,
मुश्किलों में साथी बनकर रहना सीखो।
जब कभी तुमको लगे अकेलापन,
तो इस दिल की गहराई से पुकारना सीखो।
कितनी खूबसूरत होती है दोस्ती,
जो वक्त के साथ और भी गहरी होती है।
एक दोस्त की मुस्कान,
जैसे जीवन की सबसे खूबसूरत कहानी होती है।
दोस्ती का मतलब सिर्फ साथ रहना नहीं,
ये तो दिलों की धड़कन को समझना है।
सच्चे दोस्तों के लिए,
हर दर्द को मुस्कान में बदलना है।
मिलना है तो दोस्ती से मिलना,
बिना शर्तों के एक-दूसरे का साथ निभाना।
मोहब्बत में सब कुछ है,
पर सच्ची दोस्ती का कोई मोल नहीं है।
सच्ची दोस्ती की पहचान है,
एक-दूसरे के लिए वक़्त निकालना।
ग़मों को बाँटकर हंसना,
यही तो है दोस्ती का असली मायना।
साथ चलने वाले साथी हो,
दोस्ती की राह में।
जो तुम्हारी ख़ुशियों में मुस्कुराए,
वही सच्चा दोस्त है, दिल से जान लो।
दोस्ती का सफर कभी खत्म नहीं होता,
ये वो सफर है जो जिंदा रहता है।
समय की कसौटी पर खड़ा होता है,
दोस्ती का रिश्ता सच्चाई में बसा रहता है।
ज़िन्दगी की मुश्किलें भले ही बढ़ें,
पर दोस्ती की मिठास कभी कम नहीं होनी चाहिए।
एक सच्चा दोस्त वो है,
जो हर मोड़ पर तुम्हारे साथ खड़ा रहे।
दोस्ती का मतलब केवल मिलना नहीं,
ये दिल से दिल की बातें समझना है।
बिना कहे जो दिल में उतर जाए,
वो दोस्ती का सच्चा अफ़साना है।
ज़िंदगी में मिलते हैं बहुत से लोग,
पर सच्चे दोस्त बहुत कम होते हैं।
जो हर दुख में साथ खड़े रहें,
वही असली दोस्त होते हैं।
Conclusion on Dosti Shayari Of Allama Iqbal In Hindi – अल्लामा इक़बाल की दोस्ती शायरी हिंदी में
Allama Iqbal की dosti shayari उनके गहरे जीवन-दर्शन और रिश्तों की पवित्रता को व्यक्त करती है। उनकी शायरी ने दोस्ती के महत्व को समझाया और इसे एक नए रूप में परिभाषित किया। उनकी रचनाएं हमें यह सिखाती हैं कि सच्ची दोस्ती हर हाल में कायम रहती है और इसका मूल्य शब्दों में नहीं मापा जा सकता। उनकी dosti shayari आज भी उतनी ही प्रेरणादायक है और दोस्ती के रिश्ते को मजबूत करने का संदेश देती है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि Allama Iqbal की dosti shayari हर दोस्त के दिल को छूने का माद्दा रखती है और हमें सच्ची दोस्ती की अहमियत याद दिलाती रहती है।
FAQs related to Allama Iqbal’s dosti shayari
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी का मुख्य संदेश क्या है?
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी का मुख्य संदेश सच्चे दोस्ती के महत्व को समझाना है। उनकी शायरी में वफादारी, सच्चाई और निःस्वार्थ भाव से निभाए गए दोस्ती के रिश्ते को प्रमुखता दी गई है।
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी को कहां पढ़ सकते हैं?
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी आप उनकी किताबों, शायरी संग्रह, ऑनलाइन शायरी वेबसाइट्स, और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर पढ़ सकते हैं, जहां उनकी बेहतरीन शायरी उपलब्ध है।
Allama Iqbal की शायरी में दोस्ती के कौन-कौन से पहलू होते हैं?
Allama Iqbal की शायरी में दोस्ती के विभिन्न पहलू जैसे निःस्वार्थता, समर्पण, वफादारी, और जीवन के कठिन समय में साथ खड़े रहने की भावनाएं शामिल होती हैं।
क्या Allama Iqbal की दोस्ती शायरी आज भी लोगों के दिलों में जगह रखती है?
हां, Allama Iqbal की दोस्ती शायरी आज भी लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ती है। यह शायरी हर दौर में सच्चे रिश्तों की गहराई और दोस्ती के महत्व को उजागर करती है।
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
Allama Iqbal की दोस्ती शायरी हमें सिखाती है कि सच्ची दोस्ती बिना शर्तों के होती है और यह जीवन के हर मोड़ पर साथी का साथ निभाने का रिश्ता है। उनकी शायरी हमें इस रिश्ते को सहेजने और सम्मान देने की प्रेरणा देती है।